Canara Bank के शेयरों में हाल के महीनों में अच्छी तेजी दिखी है, जिसका आधार मजबूत वित्तीय नतीजे, सुधरती एसेट क्वालिटी और स्थिर सरकारी समर्थन रहा है। बैंक की Q2 FY26 की कमाई, मार्जिन और प्रोविजनिंग ट्रेंड से इसकी बैलेंस शीट की मजबूती का संकेत मिलता है, जबकि शेयरहोल्डिंग पैटर्न में सरकार की ऊंची हिस्सेदारी भरोसा बढ़ाती है।
Q2 FY26 नतीजों की तस्वीर
Canara Bank ने Q2 FY26 में लाभ और आय, दोनों मोर्चों पर स्थिर वृद्धि दर्ज की है। बैंक का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट लगभग 4,850–4,890 करोड़ रुपये के दायरे में रहा, जो सालाना आधार पर करीब 15–16 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। कुल आय में भी डबल डिजिट ग्रोथ दिखी, जहां consolidated revenue लगभग 42,000 करोड़ रुपये के आसपास रहा, जो credit growth और बेहतर yield on advances से समर्थित है। एसेट क्वालिटी स्थिर रही और gross NPA ratio लगभग 2.3–2.4 प्रतिशत के स्तर पर नियंत्रित दायरे में बना हुआ है
Q2 FY26 मुख्य आंकड़े
| Indicator | Q2 FY26 (लगभग) | YoY बदलाव |
|---|---|---|
| Total Income | ₹42,013 crore | +10–11% |
| Net Profit (PAT) | ~₹4,865 crore | +15–16% |
| Standalone Revenue | ₹38,598 crore | +11–12% |
| GNPA Ratio | ~2.35% | स्थिर/सुधार |
ये आंकड़े दिखाते हैं कि Canara Bank ने उच्च ब्याज व्यय और प्रतिस्पर्धी डिपॉजिट बाजार के बीच भी लाभप्रदता कायम रखी है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न और निवेशकों का विश्वास
Canara Bank में सरकार प्रमोटर के रूप में प्रमुख हिस्सेदार है, जो बैंक को सार्वजनिक क्षेत्र की मजबूती और नीतिगत समर्थन दोनों प्रदान करता है। नवीनतम शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार promoter holding लगभग 62.93 प्रतिशत है, जो प्रबंधन पर सरकारी नियंत्रण और दीर्घकालिक स्थिरता का संकेत देती है। Foreign Institutional Investors की हिस्सेदारी करीब 11.9 प्रतिशत के आसपास है, जबकि retail और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी लगभग 12.9 प्रतिशत के करीब है। Mutual Funds और अन्य domestic institutions मिलकर मध्य एकल-अंक प्रतिशत की हिस्सेदारी रखते हैं, जो संस्थागत भरोसे को दर्शाता है।
बिजनेस मॉडल, विकास और शेयर की प्रासंगिकता
Canara Bank का मुख्य बिजनेस मॉडल पारंपरिक corporate और retail lending, MSME फाइनेंस और priority sector lending पर आधारित है, जिसे fee-based services और digital banking से सपोर्ट मिलता है। Q2 FY26 में loan book में ग्रोथ और revenue में डबल डिजिट बढ़त यह दिखाती है कि बैंक credit demand का लाभ उठा रहा है और अपने interest as well as non-interest income दोनों को संतुलित तरीके से बढ़ा रहा है। एसेट क्वालिटी में सुधार और controlled GNPA ratio से capital position मजबूत रहती है, जिससे future growth के लिए headroom बढ़ता है। सरकारी बैंक होने के नाते, Canara Bank, SBI और अन्य PSU banks के साथ मिलकर banking sector थीम में निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण large public sector option के रूप में देखा जाता है।
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