IT Boom: आज के सत्र में बाजार की दिशा बड़े इंडेक्स स्टॉक्स और चुनिंदा थीम वाले शेयरों पर निर्भर दिख रही है, जहां Reliance Industries, IT कंपनियां, मेटल और केबल सेक्टर के स्टॉक्स पर फोकस रहने की संभावना है. साथ ही हाल के तिमाही नतीजे और ऑर्डर बुक डेटा इन शेयरों की मजबूती को आधार देते हैं.
Reliance Industries पर बाजार की नजर
आज के ट्रेड में Reliance Industries इंडेक्स की चाल तय करने वाला सबसे अहम स्टॉक माना जा रहा है, क्योंकि कंपनी की बिजनेस विविधता और हालिया तिमाही नतीजे दोनों मजबूत रहे हैं. रिटेल, डिजिटल और ऑयल-टू-केमिकल सेगमेंट में बेहतर मांग के कारण कंपनी की आय और लाभ में दोहरे अंक की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज हुई, जिससे निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. New Energy और डिजिटल सर्विसेज में चल रहे कैपेक्स से मिड से लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावनाएं बढ़ रही हैं, जो स्टॉक को प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स के लिए महत्वपूर्ण बनाती हैं.
Reliance Industries Q2 FY26 नतीजे
Q2 FY26 में Reliance Industries का समेकित राजस्व और लाभ दोनों बढ़े, जो उपभोग आधारित सेगमेंट के बेहतर प्रदर्शन को दर्शाते हैं. कंपनी की EBITDA और PAT में दोहरे अंक की साल-दर-साल वृद्धि से यह साफ है कि मार्जिन प्रोफाइल भी सुधरा है. नीचे सारांश तालिका दी जा रही है:
| Metric | Q2 FY26 | YoY Change |
|---|---|---|
| Consolidated Revenue | ₹2,58,898 crore | लगभग 10% वृद्धि |
| Consolidated PAT | ₹18,165 crore | लगभग 9–10% वृद्धि |
मजबूत कैश फ्लो और लगातार निवेश क्षमता के कारण कंपनी इंडेक्स में स्थिरता का आधार बनी हुई है
KEC International: नतीजे और ऑर्डर बुक
KEC International आज फोकस में है क्योंकि अदालत से टेंडर भागीदारी पर मिली राहत के साथ-साथ कंपनी के हालिया तिमाही नतीजे भी मजबूत हैं. ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन, रेल और सिविल प्रोजेक्ट्स में उच्च ऑर्डर इंफ्लो की वजह से राजस्व और लाभ में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज हुई, जिससे भविष्य की ग्रोथ विजिबिलिटी बेहतर बनी है. मजबूत ऑर्डर बुक और बेहतर मार्जिन संकेत देते हैं कि कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर कैपेक्स साइकिल का फायदा उठाने की स्थिति में है, जिस कारण स्टॉक पर बाजार की नजर बनी हुई है
KEC International Q2 FY26 नतीजे
Q2 FY26 में KEC International ने राजस्व और लाभ, दोनों मोर्चों पर सुदृढ़ प्रदर्शन किया, जो प्रोजेक्ट निष्पादन में सुधार और लागत प्रबंधन को दिखाता है. कंपनी के लिए यह तिमाही ऑर्डर बुक विस्तार और प्रॉफिटेबिलिटी सुधार दोनों के लिहाज से सकारात्मक रही.
| Metric | Q2 FY26 | YoY Change |
|---|---|---|
| Consolidated Revenue | लगभग ₹6,092 crore | लगभग 19% वृद्धि |
| EBITDA | लगभग ₹430 crore | मार्जिन ~7.1% (सुधार) |
| PAT | लगभग ₹161 crore | लगभग 88% वृद्धि |
उच्च दो-अंकीय PAT ग्रोथ और मजबूत ऑर्डर इंफ्लो कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत बनाते हैं, जो स्टॉक को कैपेक्स थीम में महत्वपूर्ण प्ले बनाता है.
Hindustan Copper: मेटल थीम और शेयरहोल्डिंग
कॉपर कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद Hindustan Copper जैसे स्टॉक मेटल थीम में अहम भूमिका निभा रहे हैं, खासकर जब घरेलू इंफ्रा और ऊर्जा ट्रांजिशन की मांग बढ़ रही है. सरकारी स्वामित्व और रणनीतिक धातु की स्थिति के कारण कंपनी दीर्घकालिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है. हालांकि वैल्यूएशन और वोलैटिलिटी जैसे कारक संस्थागत निवेशकों के फैसलों को प्रभावित कर रहे हैं, जिससे शेयरहोल्डिंग पैटर्न में दिलचस्प बदलाव देखे जा रहे हैं.
Hindustan Copper शेयरहोल्डिंग पैटर्न
हाल के तिमाही डेटा के अनुसार Hindustan Copper में प्रमोटर हिस्सेदारी स्थिर बनी हुई है, जबकि घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी में बदलाव दिख रहा है. यह बदलाव इस बात का संकेत है कि वैल्यूएशन और भविष्य की मांग पर विभिन्न वर्गों की राय अलग-अलग है.
| Category | Latest Holding |
|---|---|
| Promoter (Govt of India) | 66.14% |
| Foreign Institutional Investors | 5.06% |
| Domestic Institutional (Mutual Funds व अन्य) | लगभग 5.5% के आसपास |
| Retail and Other | लगभग 22.8% |
उच्च प्रमोटर हिस्सेदारी और कम प्लेजिंग न होने से गवर्नेंस स्थिरता का संकेत मिलता है, जबकि अपेक्षाकृत कम संस्थागत भागीदारी स्टॉक में जोखिम और अवसर दोनों को दर्शाती है.
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