ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने One 97 Communications यानी Paytm पर अपना रुख बदलते हुए रेटिंग को ‘Neutral’ से बढ़ाकर ‘Buy’ कर दिया है। इसके साथ ही ब्रोकरेज ने Paytm का टारगेट प्राइस पहले के ₹705 से बढ़ाकर ₹1,570 कर दिया, जो 100% से ज्यादा की टारगेट हाइक है। नया टारगेट गुरुवार के क्लोजिंग प्राइस ₹1,293 के मुकाबले करीब 21% की संभावित अपसाइड दिखाता है।
शेयर प्राइस, IPO और मौजूदा स्तर
27 नवंबर 2025 को Paytm का शेयर लगभग ₹1,293–₹1,320 के बीच ट्रेड हुआ और दिन का हाई लगभग ₹1,336 के आसपास रहा। 52-week high करीब ₹1,353.8 और 52-week low लगभग ₹651.5 दर्ज किया गया है, यानी स्टॉक ने एक साल में लगभग डबल के आसपास मूवमेंट दिखाया है। इसके बावजूद मौजूदा शेयर प्राइस अभी भी IPO प्राइस ₹2,150 से करीब 40% नीचे है और Goldman Sachs का नया टारगेट भी IPO प्राइस से लगभग 27% कम पर ही रखा गया है
Goldman Sachs की रिपोर्ट के मुख्य पॉइंट
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ समय से Paytm पर जो regulatory दबाव था, वह अब धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है, जिससे कंपनी के बिजनेस में स्थिरता लौटने लगी है। ब्रोकरेज का मानना है कि Paytm की payments business में market share दोबारा सुधार के संकेत दे रही है और कई key products का री-लॉन्च earnings visibility को बेहतर बना रहा है। रिपोर्ट में अगले कुछ सालों के लिए 20% से ज्यादा annual revenue growth की संभावना जताई गई है और अनुमान है कि अगले 3–4 साल में EBITDA margin मौजूदा स्तर से दोगुने से ज्यादा हो सकते हैं।
दूसरे ब्रोकरेज की राय और एनालिस्ट डेटा
Paytm पर सिर्फ एक ही ब्रोकरेज पॉज़िटिव नहीं है, हाल के महीनों में Axis Capital जैसे घरेलू ब्रोकरेज ने भी रेटिंग को ‘Reduce’ से बढ़ाकर ‘Buy’ किया और टारगेट प्राइस करीब ₹1,500 तक बढ़ाया है। Ventura Securities ने Paytm पर ₹2,074 तक का हाईएस्ट टारगेट दिया हुआ है जो स्ट्रीट पर सबसे ऊंचे लेवल में से एक है। कुल मिलाकर, लगभग 19 एनालिस्ट्स में से करीब 12 ‘Buy’, 5 ‘Hold’ और 2 ‘Sell’ की सिफारिश पर हैं, जो सेंटीमेंट में सुधार को दर्शाता है।
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फाइनेंशियल्स, वैल्यूएशन और रिस्क
ताजा डेटा के अनुसार Paytm का मार्केट कैप लगभग ₹82,500 करोड़ के आसपास है और कंपनी अभी भी कंसॉलिडेटेड स्तर पर net loss दिखा रही है, जिसके कारण trailing P/E ratio निगेटिव यानी लगभग -136 के आसपास है। सितंबर 2025 तिमाही में कंपनी की कुल आय करीब ₹1,860–₹1,880 करोड़ रही, जबकि पिछले कुछ क्वार्टर्स में नेट प्रॉफिट और मार्जिन्स में उतार-चढ़ाव जारी है, जिससे वैल्यूएशन higher side पर माना जा रहा है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट्स यह भी मानती हैं कि regulatory changes, payment charges पर policy decisions और competition, आगे चलकर स्टॉक के लिए मुख्य रिस्क फैक्टर्स रह सकते हैं, इसलिए सभी टारगेट डेटा और प्रोजेक्शन पर आधारित अनुमानों के रूप में ही देखे जा रहे हैं, किसी निश्चित रिटर्न गारंटी के रूप में नहीं।
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