HDFC Bank: साल 2025 में तेज उतार-चढ़ाव और भारी बिकवाली के बीच भी चुनिंदा भारतीय ब्लूचिप शेयर विदेशी संस्थागत निवेशकों की पहली पसंद बने हुए हैं। HDFC Bank और ITC जैसे शेयरों में FII ने मजबूत हिस्सेदारी बनाए रखकर भारत की दीर्घकालिक ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा दिखाया है। दोनों कंपनियों के हालिया नतीजे इस विश्वास को डेटा से भी मजबूत करते हैं।
FII का भरोसा और चुनिंदा शेयर
भारतीय बाजार में 2025 के दौरान FII की भारी शुद्ध बिकवाली के बावजूद मजबूत बैलेंस शीट और स्थिर कैश फ्लो वाली कंपनियों में विदेशी निवेश अपेक्षाकृत स्थिर रहा है। HDFC Bank जैसे बड़े प्राइवेट बैंक और ITC जैसे डाइवर्सिफाइड कंज्यूमर प्ले में FII की हिस्सेदारी यह संकेत देती है कि वैश्विक फंड लंबी अवधि के लिए डिफेंसिव और क्वालिटी बिजनेस पर दांव लगाए हुए हैं। ये शेयर बैंकिंग, कंज्यूमर स्टेपल और कैश जेनरेटिंग मॉडल के कारण पोर्टफोलियो के कोर होल्डिंग के रूप में देखे जा रहे हैं।
HDFC Bank: कारोबार और हालिया प्रदर्शन
HDFC Bank देश का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर बैंक है, जिसका बिजनेस मॉडल रिटेल, SME और कॉरपोरेट लोन पोर्टफोलियो के संतुलित मिश्रण पर आधारित है। Q2 FY26 में बैंक का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट लगभग 10.8 फीसदी बढ़कर करीब 18,641 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जबकि एडवांस और डिपॉजिट में डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज हुई। पोस्ट-मर्जर फेज में भी एसेट क्वालिटी में सुधार दिखा और GNPA अनुपात लगभग 1.24 फीसदी के स्तर पर रहा, जो जोखिम प्रबंधन की मजबूती दर्शाता है। इससे बैंक FII के लिए स्थिर रिटर्न देने वाला कोर बैंकिंग प्ले बना हुआ है।
HDFC Bank Q2 FY26 प्रमुख आंकड़े
| Indicator | Q2 FY26 | YoY Change |
|---|---|---|
| Net Profit (₹ crore) | 18,641 | ~10.8% वृद्धि |
| Gross Advances (₹ crore) | 27,69,200 के आसपास | ~9.9% वृद्धि |
| GNPA Ratio | ~1.24% | सुधार |
| Net Interest Margin | ~3.27% | हल्की गिरावट |
ITC: डाइवर्सिफाइड मॉडल और नतीजे
ITC का बिजनेस मॉडल सिगरेट, FMCG, होटल, पेपरबोर्ड और एग्री बिजनेस जैसे कई सेगमेंट्स में फैला है, जिससे कंपनी को स्थिर कैश फ्लो और कमोडिटी साइकिल के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा मिलती है। Q2 FY26 में कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट लगभग 4.1 फीसदी बढ़कर करीब 5,180 करोड़ रुपये रहा, जबकि रेवेन्यू में एग्री सेगमेंट की कमजोरी के बावजूद सीमित गिरावट दर्ज हुई। सिगरेट और ब्रांडेड FMCG सेगमेंट ने वॉल्यूम ग्रोथ और मार्जिन के सहारे कुल प्रदर्शन को सहारा दिया, जिससे ITC FII के लिए स्थिर डिविडेंड और कैश जेनरेशन वाला कंज्यूमर स्टॉक बना हुआ है।
ITC Q2 FY26 प्रमुख आंकड़े
| Indicator | Q2 FY26 | YoY Change |
|---|---|---|
| Revenue from Operations (₹ crore) | ~19,382 | ~2.4% गिरावट |
| Net Profit (₹ crore) | ~5,180 | ~4.1% वृद्धि |
| Gross Revenue ex-Agri | ~19,148 | ~7.1% वृद्धि |
| EBITDA (overall) | हल्की वृद्धि | मार्जिन स्थिर |
शेयरहोल्डिंग पैटर्न: FII की मजबूत मौजूदगी
HDFC Bank में सिंगापुर सरकार और नॉर्वे के गवर्नमेंट पेंशन फंड जैसे बड़े वैश्विक निवेशकों की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है, जो बैंक पर दीर्घकालिक भरोसा दिखाती है। वहीं ITC में भी FII की हिस्सेदारी ऊंचे स्तर पर बनी हुई है और कंपनी की शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में संस्थागत निवेशकों की मजबूत पकड़ दिखती है। इससे दोनों शेयरों में लिक्विडिटी, विश्लेषक कवरेज और प्राइस डिस्कवरी का स्तर बेहतर रहता है, जो लंबी अवधि के निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
HDFC Bank शेयरहोल्डिंग पैटर्न
| Category | Approx. Holding |
|---|---|
| Promoters & Related | बड़ी हिस्सेदारी, नियंत्रक ब्लॉक |
| FII / FPI | उच्च दो अंकों के आसपास |
| DII (Mutual Funds, Insurance) | मजबूत उपस्थिति |
| Retail & Others | शेष हिस्सेदारी |
ITC शेयरहोल्डिंग पैटर्न
| Category | Holding |
|---|---|
| Promoters | 0% |
| FII | 37.39% |
| DII (incl. Mutual Funds) | 33.11% में से MF ~14.30% |
| Retail & Others | 15.20% |
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