Anil Ambani की अगुवाई वाली Reliance Power और Reliance Infrastructure के शेयर में हाल ही में जोरदार उछाल देखने को मिली। 26 नवंबर 2025 को दोनों कंपनियों के शेयर बीएसई पर लगभग 5% तक चढ़े। Reliance Power का शेयर इन्ट्रा-डे हाई पर 39.15 रुपये तक गया, जबकि Reliance Infrastructure ने अपने दिन के हाई प्राइस 159 रुपये पर अपर सर्किट लगाया।
पिछले कुछ दिन में दोनों स्टॉक्स 11% तक की बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, Reliance Infrastructure का शेयर अभी भी अपने 52-वीक हाई 425 रुपये से काफी नीचे है और हाल ही में इसका 52-वीक लो 149.85 रुपये रहा है। वहीं Reliance Power का 52-वीक हाई 76.49 और लो 31.27 रुपये के बीच रहा है, जो दिखाता है पिछले साल काफी वोलाटिलिटी रही है।
Reliance Power ट्रेडिंग वॉल्यूम
हाल के सत्र में Reliance Power में ट्रेडिंग वॉल्यूम 33.77 लाख शेयर रही और करीब 13 करोड़ रुपये का टर्नओवर हुआ। Reliance Infra के लिए 1.68 लाख शेयर ट्रांजैक्ट हुए, जिसके कारण 2.66 करोड़ का टर्नओवर रहा। शेयर में ऊपरी सर्किट लगने से बाजार में सिर्फ खरीदार थे, कोई बेचने वाला सामने नहीं था।
Read More : Tata Power Share Price Target 2026, 2027, 2028, 2029, 2030
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर की आर्थिक स्थिति
सितंबर तिमाही के नतीजों के अनुसार, Reliance Infra का नेट प्रॉफिट 1911 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 50% कम था। 2025 की सितंबर तिमाही में कंपनी का रिवेन्यू 6235 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 7258 करोड़ था यानी 14% की गिरावट। कंपनी का मार्केट कैप करीब 6500 करोड़ रुपये है।
Read More : Railway स्टॉक में लगा अपर सर्किट, मिला ₹162 करोड़ का ऑर्डर, शेयर का भाव 80 रुपये से कम…
रिलायंस पावर का फाइनेंशियल अपडेट
Reliance Power ने ताजा तिमाही में 87 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दिखाया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 352 करोड़ का घाटा हुआ था। कंपनी की कुल आय 2067 करोड़ रुपये रही। बीते 5 सालों में इसका स्टॉक प्राइस 1200% से ज्यादा रिटर्न दे चुका है, लेकिन 10 और 15 साल के हिसाब से लॉन्ग टर्म में निगेटिव रिटर्न रहा। 2010 में शेयर जहां 154 रुपये के आसपास था, वहीं 2025 में गिरकर 45-39 रुपये के बीच ट्रेड कर रहा है।
स्टॉक्स में बढ़त की मुख्य वजह
Reliance Power और Reliance Infra की तेजी के पीछे प्रमुख वजह हाल में कंपनी बोर्ड का रिवैंप और नई गवर्नेंस स्ट्रक्चर रही है। Reliance Power ने हाल ही में Board of Management की स्थापना की जिसमें CEO और अन्य टॉप मैनेजमेंट शामिल किए गए ताकि भविष्य की ग्रोथ और गवर्नेंस में मज़बूती आ सके। इसके अलावा, मार्केट में खरीददारों का दबदबा और शेयर के निचले प्राइस लेवल से रिकवरी मुख्य कारण रहे हैं।
डिस्क्लेमर
यह लेख सिर्फ शिक्षा व शोध के उद्देश्य से लिखा गया है और किसी भी प्रकार का निवेश सुझाव नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है, निवेश से पहले हमेशा अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें।



