Yes Bank Share Price Target 2026, 2027, 2028, 2029, 2030 जाने कहा तक जायेगा भाव…

Yes Bank Share Price Target : Yes Bank ने पिछले क्वार्टर में अच्छा ग्रोथ दिखाया है। Q1 2025-26 में बैंक का रिवेन्यू ₹9,429 करोड़ था, जो पिछले साल के मुकाबले 4.81% ज़्यादा है। नेट प्रॉफिट 56.72% बढ़कर ₹808 करोड़ हो गया, और नेट प्रॉफिट मार्जिन 8.58% तक पहुंच गया। Q2 2025-26 में बैंक ने ₹664 करोड़ का नेट प्रॉफिट दिखाया और 17% की सालाना ग्रोथ दिखाई। इससे साफ है कि बैंक की फंडामेंटल स्थिति पिछले कुछ सालों के मुकाबले बेहतर हुई है। बैंक का EPS (earnings per share) भी 2025 में 0.21 रहा, जो लगातार सुधार के संकेत देता है।​

Yes Bank ऑर्डर बुक

Yes Bank की टोटल डिपॉजिट सितंबर 2025 में ₹2,96,276 करोड़ रही, जो पिछले साल से 6.9% ज़्यादा है। नेट एडवांस भी ₹2,50,212 करोड़ हुए, इसमें 6.4% ग्रोथ दिखी। बैंक ने रिटेल लोन सेगमेंट में 20% ग्रोथ दर्ज की और अपनी एसेट क्वालिटी में सुधार किया। बैंक ने स्लिपेज और पुराने बैलेंस को कम करने के साथ provision coverage ratio भी बढ़ाया है.​

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हाल ही के नतीजे

पिछले 1 साल में Yes Bank ने लगातार प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई है। Q1 2024-25 में नेट प्रॉफिट ₹516 करोड़ था जो Q1 2025-26 में बढ़कर ₹808 करोड़ हो गया। Q2 2025-26 के नतीजों में बैंक का नेट प्रॉफिट ₹664 करोड़ रहा और Interest Earned ₹7,388 करोड़ तक पहुंचा। बैंक की ग्रॉस और नेट NPA (non-performing assets) ratios भी काफी बेहतर हुए हैं, जिससे बैंक की फाइनेंशियल हेल्थ मजबूत हुई है।

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पिछले 5 साल की शेयर परफॉर्मेंस

शेयर प्राइस अभी ₹22.20 के आसपास ट्रेड कर रहा है। पिछले 1 साल में लगभग 19% की ग्रोथ देखने को मिली है, और मार्केट कैप ₹69,653 करोड़ तक पहुंच गई है। कंपनी ने अपने एसेट क्वालिटी और मैनेजमेंट में सुधार किया है और पब्लिक व इन्वेस्टर्स का भरोसा फिर से कायम किया है।

अगले 5 साल के शेयर टारगेट

YearMinimum Target (₹)Maximum Target (₹)
20262832
20273438
20284146
20295056
20306068

मुख्य ग्रोथ फैक्टर्स

  • बैंक ने मैनेजमेंट टीम और स्ट्रेटेजी में बदलाव किए हैं।
  • रिटेल लोन पर ज़्यादा फोकस और बेहतर एसेट क्वालिटी।
  • Institutional investors (जैसे SBI, SMBC) का सपोर्ट।
  • डिपॉजिट और एडवांस दोनों में लगातार ग्रोथ।
  • डिजिटल बैंकिंग और नए प्रोडक्ट्स की वजह से नया कस्टमर बेस जोड़ने में सफलता।
  • पिछले सालों में बैंक ने स्लिपेज, NPA और ओवरड्यू बैलेंस को कम किया है।
  • Provision coverage ratio में सुधार, जिससे बैंक पर रिस्क का असर कम हो रहा है।

Disclaimer

यह जानकारी पब्लिक रिसोर्सेस और ताज़ा आंकड़ों पर आधारित है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है; कृपया निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। यहां दिए गए सभी टारगेट अनुमानित हैं, बाजार परिस्थितियों के अनुसार बदल सकते हैं।

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